फ्लैशबैक कंटिन्यू
''जैसे जैसे अंश पेपर्स पड़ रहा था मायरा का गुस्सा बढ़ता जा रहा था वो अपने हाथो की कसके मुट्ठी बना लेती है और गुस्से में अबीर की तरफ बढ़कर एक झटके से उसका कॉलर पकड़ लेती हैं अपना कॉलर पकड़ते देख अबीर की आंखे डार्क हो जाती है धीरे धीरे वहां का tampreture भी गिरने लगता है कुछ ही देर में वहां का मोहाल सर्द हो जाता है अबीर की आंखे गुस्से में लाल हो जाती है अबीर की आंखों में देख मायरा के अंदर डर की लहर दौड़ जाती है फिर भी वो अपने डर को छुपाकर अबीर का कॉलर पकड़ी रहती है."
"मायरा अपने डर को काबू करते हुए गुस्से में कहती है _ आपकी हिम्मत कैसे हुई मेरा सौदा करने की मैने तो आपको अच्छा इंसान समझा था आप इतनी घटिया निकलोगे मैने कभी नही सोचा था."
"अबीर मायरा के हाथो को एक झटके से अपने कॉलर से हटाकर उसके हाथो को उसकी पीठ से लगा देता है मायरा दर्द से अपनी आंखे बंद कर लेती है अबीर सरकास्टिक स्माइल करते हुए कहता है_ tch tch tch sunshine मानना पड़ेगा तुम्हारी हिम्मत को मां हॉस्पिटल के बेड पर है और जो इंसान तुम्हारी मदद करना चाहता है तुम उसका ही कॉलर पकड़ रही हो."
"मायरा अपने हाथो को अबीर से छुड़ाने की कोशिश करती है लेकिन उस चुहिया जैसी लड़की के लिए bodybuilder अबीर को हटाने की हिम्मत कहा से आती मायरा गुस्से में कहती है_ आप मेरी मदद नहीं कर रहे आप मेरा सौदा कर रहे हैं आप बहुत घटिया इन्सान हैं नफरत है मुझे आपसे."
"अबीर उसकी बात सुनकर तिरछा मुस्कुराते हुए कहता है _ तुम्हारे पास सोचने के लिए 5 miniute है तुम्हारी मां के पास एक घंटा है तुम जितना वक्त लोगी तुम्हारी मां की सांसे कम होती जाएगी अगर खुदका सौदा नहीं करोगी तो कहा से लाओगी तीस लाख."
"मायरा उसकी बात सुनकर खुदको छुड़ाने की एक बार फिर कोशिश करते हुए गुस्से में कहती है_ कुछ भी करूंगी लेकिन आपकी मदद नहीं लूंगी समझे आप."
"अबीर उसके हाथों को एक झटके में छोड़ देता है जिससे मायरा जमीन पर गिरती है उसके मुंह से आह निकल जाती है और वो अबीर को घूरने लगती है उसे खुदको घूरता देख अबीर तिरछी मुस्कुराहट के साथ कहता है_ ठीक है तो जाओ करलो तीस लाख का arrangmemt और अगर ना हो पाए तो मेरे पास चली आना ऑफर अभी भी available है."
"मायरा गुस्से के उठती है और अपने हाथो को साफ करते हुए अबीर को एक नजर देखकर वहां से चली जाती है कुछ देर में सड़के बारिश के पानी से भीग रही थी और मायरा रोते हुए बेसुध होकर रोड पर चल रही थी उसे कोई होश ही नहीं था आस पास जा रहे है लोग उसे देख रहे थे वो रोते रोते सड़क पर बैठ जाती है उसके यूं सड़क पर बैठने से जाम लग जाता है और आने जाने वाले लोग उसपर गुस्से में बरसने लगते है लेकिन वो दुनिया से बेखबर रो रही थी."
"थोड़ी देर रोने के बाद वो हिम्मत करके उठती है और टैक्सी में बैठ कर एक ऑफिस निकल जाती है ये वही ऑफिस है जहा मायरा पार्ट टाइम जॉब करती थी जहां उसने एक साल पहले ही जॉब स्टार्ट की थी."
"मायरा ऑफिस में आकर रिसेप्शन पर आती है और recepitaionst से पूछती है_ बॉस कहा है क्या वो ऑफिस में है."
"रिसेप्शनिस्ट उसकी बात सुनकर कहती है _ sorry मैडम लेकिन बॉस एक महीने के लिए मलेशिया गए है."
"Recepitaionst की बात सुनकर मायरा की आखिरी उम्मीद भी खतम हो जाती है उसकी आंखो से झर झर आंसू निकलने लगते है उसके पास ज्यादा टाइम नही था डॉक्टर के दिए हुए टाइम में से सिर्फ आधा घंटा बचा था वो रोते हुए वहां से निकल जाती है उसकी टैक्सी एक बार फिर A.K विला आकर रुकती है."
" वो टैक्सी से बाहर आती है और आसमान की तरफ देखकर कहती है_ आज मैं अपना सौदा करने जा रही हूं भगवान जी आपने मुझे ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया कुछ घंटो में मेरी जिन्दगी बदल गई जिस इंसान से नफरत करती थी आज उसी से खुदका सौदा करने जा रही हूं अगर मेरी मां को बचाने के लिए मुझे खुदको बेचना पड़े तो मैं वो भी करुंगी."
"मायरा अपने आंसू साफ कर अंदर जाती है कोई भी गार्ड्स उसे नही रोकते है वो अंदर जाती है अबीर सोफे पर बैठा फाइल पढ़ रहा था वो एक नजर मायरा को देखता है और दुबारा अपनी नजरे फाइल की तरफ कर लेता है."
" मायरा उसके सामने आकर खड़ी हो जाती है और अपने हाथो की मुठ्ठी बना लेती है और कहती है_ मुझे आपका ऑफर मंजूर है."
"ये सुनकर अबीर के चेहरे पर तिरछी मुस्कुराहट आ जाती और वो अपनी फाइल बंद करके खड़ा होता है और अपनी पॉकेट में हाथ डालकर सरकास्टिक स्माइल करते हुए कहता है_ यही औकात है तुम्हारी मेरी मिस्ट्रेस बनने की मेरे नीचे रहने की मजा आएगा जब तुम्हारी इज्ज़त को मैं हर रोज अपने नीचे कुचलूंगा."
"अबीर की बात सुन कुछ आंसू मायरा के गाल पर लुड़क कर आ जाते है अबीर उन पेपर्स को मायरा के मुंह पर फेकता है मायरा कसकर अपनी आंखे बंद कर लेती है अबीर उसे देखकर कहता है_साइन करो."
"मायरा कांपते हाथो से जमीन पर पड़े पेपर्स उठाती है और उन पेपर्स को एक नजर देखकर अपनी मां का ख्याल करके कांपते हाथो से साइन कर देती है ये पेपर्स साइन करना उसके लिए 100 मौतों के बराबर था एक औरत के लिए उसकी इज्ज़त उसकी जान से बढ़कर होती है जिसे वो हीरे की तरह संभाल कर रखती है लेकिन अपनी मां के लिए मायरा 100 तो क्या हजार मौतें भी मर सकती थी."
"उसके साइन करते ही अबीर किसी को फोन करके कहता है_ सुधा वर्मा की सर्जरी स्टार्ट करो."
"वो फोन डिस्कनेक्ट करता है और सामने देखता है जहा मायरा खड़ी थी मायरा उसे पेपर्स देते हुए कहती है_मैं हॉस्पिटल जा रही हूं."
"वो बाहर जाने के लिए मुड़ जाती है तभी उसके कानो में भारी आवाज पड़ती है अबीर शैतानी स्माइल करते हुए कहता है_क्या मैने तुमसे कहा जाने को पहले मुझसे परमिशन लो और मेरी इजाजत लेने की आदत डाल लो."
"मायरा उसकी बात सुन कसके मुट्ठी बना लेती है और कहती है_ क्या मैं अपनी मां से मिलने हॉस्पिटल जा सकती हुं। mr Khanna."
'"अबीर उसकी बात सुनकर कहता है_ जाओ देखलो अपनी मां को आखिरी बार उसके बाद तुम उनसे जब मिलोगी जब मैं चाहूंगा और हां शाम को घर पर मिलना."
"अबीर की बात सुन मायरा सर हिलाती है और चुपचाप वहां से निकल जाती है उसके जाते ही अबीर शैतानों की तरह हंसने लगता है उसे देखकर लग रहा था जैसे उसने कितनी बड़ी जंग जीत ली आज."
Flashback end..
"मायरा अपनी पिछली जिंदगी को याद करके सिसक रही थी वो दो महीने में अर्श से फर्श पर आ चुकी थी उसकी जिंदगी बहुत बहुत बुरी तरह से बिखर चुकी थी उसकी इज्ज़त हर रात अबीर के नीचे कुचली जाती थी मायरा ये ज़िंदगी अपनी मां के लिए जीती थी मायरा की मां जिंदा तो थी लेकिन सर्जरी के बाद वो कोमा में चली गई थी हॉस्पिटल में उनका अच्छे से अच्छा इलाज हो रहा था."
"मायरा सब याद करके रो रही थी वो रोते हुए खुद से कहती है_ भगवान जी क्या जिंदगी हो गई है मेरी दो महीने में इतना सब कुछ बदल गया मेरी मां जिसको दो महीने से मैने नही देखा भगवान जी क्यों किया आपने मेरे साथ ऐसा क्या गलती की थी मैने मेरी मां तो हमेशा आपको पूजती थी वो तो आपकी सबसे बड़ी भक्त थी ना फिर क्यों किया आपने ऐसा."।
"मायरा रोते हुए जमीन पर बैठ जाती है उसने अपने हाथों से खुदको बाहों में भरा हुआ था वो अपने आंसू को साफ करके कहती है_मायरा तुम कमजोर नही पड़ सकती तुम्हे हिम्मत करनी होगी आज मैं mr Khanna से जरुर बात करूगी मुझे अपनी मम्मा से मिलना है दो महीने हो चुके है मैने उन्हे देखा भी नहीं है."
"मायरा अपने आंसू साफ करके बथरोब पहनकर बाहर आती है और चेंजिंग रूम की तरफ बढ़ जाती है कुछ देर बाद वो ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़ी अपने बाल सवार रही थी उसने ब्लू कलर का अनारकली सूट पहना था वो हल्का टच अप करती है और अपने बालो को खुला छोड़ देती है खुले बालों में वो कहर ढा रही थी उसकी खूबसूरती ही ऐसी थी की कोई भी उसके तरफ अट्रैक्ट हो जाए वो तैयार होकर रूम से बाहर आती है और सीढ़ियों से उतरकर नीचे जाती है तभी एक मेड उसके सामने सर झुकाकर खड़ी हो जाती है जिसका नाम शालिनी थी अबीर को अपने घर में ज्यादा नौकर पसंद नहीं थे हमेशा से उसके घर में शालिनी रही है वो शालिनी की बहुत इज्ज़त करता था."
"शालिनी मायरा के पास आकर खड़ी हो जाती है और सर झुकाकर कहती है_ मैडम नाश्ता कर लीजिए और ऑफिस चली जाए साहब ने कहा है."
"मायरा उसकी बात सुनकर कहती है_ मैं ऑफिस जा रही हूं नाश्ता ऑफिस कैंटीन में कर लूंगी."
"शालिनी उसकी बात सुनकर सर झुकाती है और साइड हो कर कहती है_ जी मैडम."
"मायरा आगे बढ़ती है तभी उसे याद आता है वो अपना फोन रूम में भूल गई है वो मुड़ती है और शालिनी से कहती है_ शालिनी मेरा फोन ला दो प्लीज मैं जल्दी में रूम में भूल गई."
"शालिनी मायरा की बात सुनकर मुस्कुराते हुए कहती है_ जी मैडम अभी लाती हूं."
"शालिनी फोन लेने उपर चली जाती है मायरा हॉल में खड़ी अपनी वॉच मे टाइम देख रही थी तभी शालिनी नीचे आती है और मायरा को फोन दे देती है मायरा अपना फोन लेकर स्माइल करते हुए कहती है_थैंक्यू शालिनी."
"शालिनी उसकी बात सुनके सर झुका कर कहती है_ कोई बात नही मैडम."
"मायरा फोन लेकर विला से बाहर चली जाती है और एक कार में बैठ जाती है जो पार्किंग एरिया के अलग साइड ड्रॉप की गई थी अबीर ने मायरा के बाहर आने_जाने के लिए एक अलग कार रखी थी क्युकी अबीर के सारी कार्स अलग ब्रांड की और बहुत एक्सपेंसिव थी जिन्हे देखकर कोई भी पहचान सकता है की ये खन्ना फैमिली की कार्स है अबीर नही चाहता था की किसी को भी पता चले की मायरा का अबीर से कोई रिश्ता है इसलिए उसने मायरा के लिए अलग ब्रांड की कार रखी थी."
"कुछ देर में मायरा की कार एक आलिशान ऑफिस के आगे रुकती है मायरा कार से बाहर आती है वो ऑफिस दिखने में काफी बड़ा था वो ऑफिस 50th floor का था जो बाहर से दिखने में बहुत खूबसूरत लग रहा था उस बिल्डिंग पर बड़े बड़े अक्षरों में " A.K industry "लिखा हुआ था जो बेहद चमक रहा था मायरा एक लंबी सांस लेकर ऑफिस की तरफ बढ़ जाती है वो ऑफिस में एंटर करती है ऑफिस में अजीब सी शांति थी वहा सभी लोग मशीन की तरह काम कर रहे थे अबीर के रूल्स थे की कोई उसके ऑफिस मे फालतू बात नही करेगा सिर्फ काम करेगा जिसके लिए उन्हें सैलरी मिलती है इसलिए सब अपने अपने काम के बिजी थे."
"मायरा रिसेप्शन पर जाती है और रिसेप्शन पर एक मशीन रखी हुई थी मायरा उसपर अपना एंट्री कार्ड लगती है तभी उस मशीन में ग्रीन लाइट जलने लगती है ये अबीर के ऑफिस का एक रूल था जो भी एम्प्लॉय आएगा सबसे पहले रिसेप्शन पर आकर ये प्रोसेस करेगा तभी उसे ऑफिस में एंटी मिलेगी ये एक ऐसी मशीन थी जिसे कंपनी के employe और मेंबर की पहचान होती है और इससे पता चलता है की कौनसा एमप्लाई absent है और कौनसा present और इस मशीन का सारा डेटा अबीर के पास ट्रांसफर होता था."
"मायरा भी ऑफिस में सिर्फ एक मामूली एम्प्लॉय थी किसी को नही पता था की उसका अबीर से क्या रिश्ता है वो भी सभी की तरह आकर अपनी जगह पर बैठ जाती है मायरा अबीर की सेक्रेट्री थी जो अबीर के साथ रहती थी."
" मायरा चेयर पर बैठी अपनी फाइल पढ़ रही थी तभी उसके पास एक चपरासी आता है और कहता है_मैडम आपको बॉस ने बुलाया है."
"मायरा उसकी बात सुनके फाइल बंद करती है और खड़ी होकर कहती है_ठीक है."
"मायरा वहां से कैबिन की तरफ बढ़ जाती है अबीर का केबिन अलग फ्लोर पर था जहां किसी का बिना परमिशन के जाना allowed नहीं था अबीर के फ्लोर के नीचे वाले फ्लोर पर मायरा का कैबिन था वो ज्यादातर अबीर के साथ ही रहती थी वो कैबिन के बाहर खड़ी होकर गेट नोक करती है अंदर से उसे कोई आवाज नहीं आती मायरा गहरी सांस लेकर खुद ही अंदर चली जाती है."
"अबीर का कैबिन भी उसके ऑफिस की तरह बहुत खूबसूरत था लेकिन वहा ज्यादतर ब्लैक पेंट था क्युकी अबीर का कहना है जिसकी जिंदगी में काला कलर ना हो तो उसकी जिंदगी बेरंग लगती है इसलिए उसने अपने विला और ऑफिस में ब्लैक कलर का ही use किया था."
"मायरा अंदर जाती है तो उसे कोई दिखाई नहीं देता वो कन्फ्यूजन से इधर उधर देखने लगती है तभी उसे कोई पीछे से आकर अपनी बाहों में भर लेता है इस टच को महसूस कर मायरा अपनी आंखे भींच लेती है क्युकी वो इस टच को बहुत अच्छी तरह पहचानती थी ये कोई और नहीं अबीर था अबीर के छूने से मायरा के माथे पर पसीने की बूंदे चमकने लगती है."
"अबीर उसे बाहों में भरे हुए ही उसकी गर्दन पर गरम सांसे छोड़ते हुए कहता है_कैसी हो सनशाइन कब से wait कर रहा हूं तुम्हारा जानेमन."
"अबीर के पास होने से मायरा सिहर रही थी वो उससे दूर होने की कोशिश करती है उसे इस तरह खुद से दूर जाता देख अबीर की पकड़ उसकी कमर पर कस जाती है और वो उसके कान पर हल्का सा किस करते हुए कहता है_ मुझसे दूर जाने की गलती मत करो sunshine वरना इसकी कीमत तुम्हारी मां को चुकानी होगी."
"अबीर की बात सुन मायरा के आंसू उसकी गाल पर लुड़क जाते है मायरा अपने आप को संभालते हुए कहती है_बॉस प्लीज छोड़ दीजिए मुझे आज का सेड्यूल बताना है."
"अबीर उसकी कमर को सहलाते हुए तिरछी नजरों से उसे देखते हुए कहता है_ये ऑफिस तुम्हारे बाप का नही है सनशाइन जो तुम डिसाइड करोगी की यहां क्या होगा क्या नही."
"अबीर उसे अपनी तरफ पलटता है उसकी कमर को पकड़ के उसे अपने और करीब करता है और उसके होटों को अपने मुंह में भर लेता है."
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